Under stand the index fund: शेयर बाजार हो या हो म्युचुअल फंड डायवर्सिफिकेशन पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट में बहुत ही जरूरी है। अपने रिस्क को कम करने के लिए और मुनाफे को बढ़ाने के लिए इन्वेस्टर हमेशा डायवर्सिफिकेशन पोर्टफोलियो बनाते हैं। कोई भी इन्वेस्टर हो वह अपना इन्वेस्टमेंट इक्विटी, डेट, रियल एस्टेट, गोल्ड, फिक्स्ड डिपॉजिट, पीएफ आदि सभी में करता है। ताकि उसका रिस्क मेंटेन रहे। इसी तरीके से इंडेक्स फंड में भी होता है हालांकि इंडेक्स फंड में सिर्फ स्टॉक मार्केट के शेयर्स में ही निवेश किया जाता है, परंतु वहां पर भी ध्यान दिया जाता है कि सभी कंपनियों के अलग-अलग स्टॉक में निवेश किया जाए। ताकि कोई एक स्टॉक नीचे गिरे तो दूसरा ऊपर जाने की संभावना होने से आपका लॉस न हो। इस इन्वेस्टिंग का नियम है और सभी को इसी प्रकार निवेश करना चाहिए।
What are Index Fund
जैसा कि इस index fund के नाम से ही पता चलता है कि यहां स्टॉक मार्किट की बाद होने वाली है। जाहिर से बात है, इंडेक्स फण्ड में आपका पैसा Nifty 50, Nifty next 50 Sensex में लिस्टेड कम्पनी के स्टॉक्स में निवेश किया जाता है। यह फण्ड बिलकुल स्टॉक मार्किट के इंडेक्स की नकल उतारता है यानि कि यहां स्टॉक मार्किट के बराबर return मिलता है।
Index mutual fund kya hai
Index mutual funds, index fund की तरह काम करते हैं लेकिन यहां थोड़ा बदलाव है अगर कोई म्यूचुअल फंड Nifty 50 mutual fund है तो वह Nifty Next50 और Sensex में निवेश नहीं कर सकता है। उस फंड को दूसरे में निवेश करने की अनुमति नहीं है। फंड मैनेजर इंडेक्स म्यूचुअल फंड में सक्रिय रूप से काम करते हैं, वे मुनाफा कमाने के लिए फंड खरीदते और बेचते हैं। इसके लिए उन्हें बेचने और खरीदने के लिए शुल्क का भुगतान करना पड़ता है, यही कारण है कि इंडेक्स म्यूचुअल फंड का प्रसार अनुपात इंडेक्स फंड की तुलना में अधिक होता है।
Difference between Index Fund and Active Index Mutual Fund
इंडेक्स फंड में फंड मैनेजर या इंडेक्स फंड कंपनी को लगातार निफ्टी 50 और सेंसेक्स के इंडेक्स को कॉपी करना होता है। मान लीजिए कि किसी निफ्टी इंडेक्स में 50 कंपनियां हैं। यदि कोई कंपनी गलत प्रदर्शन करती है तो उसे इंडेक्स से हटा दिया जाएगा और दूसरी कंपनी इसमें आ जाएगी। अगर इसके शेयर की कीमत महंगी है तो इंडेक्स को बनाए रखने के लिए इसके शेयर महंगे दाम पर खरीदने होंगे यानी जब भी इंडेक्स की कीमत ऊपर या नीचे जाएगी तो आपको इसे खरीदते रहना होगा क्योंकि इंडेक्स फंड को बाजार सूचकांक के बराबर रहना होगा ताकि उनका मुनाफा बाजार के बराबर हो
लेकिन एक्टिव म्यूचुअल फंड में ऐसा नहीं होता है. सक्रिय म्यूचुअल फंड में फंड मैनेजर लगातार रिसर्च करते रहते हैं और वे स्मॉल कैप और लार्ज कैप कंपनियों में निवेश करते रहते हैं।
हालाँकि, लगातार खरीदारी और बिक्री के कारण उनका खर्च अधिक है, और इसलिए इस सक्रिय म्यूचुअल फंड का व्यय अनुपात भी अधिक है। यदि सही सक्रिय म्यूचुअल फंड चुना गया है तो सक्रिय म्यूचुअल फंड अधिक रिटर्न देते हैं, यदि आप गलत सक्रिय म्यूचुअल फंड चुनते हैं तो आपको इंडेक्स फंड की तुलना में कम रिटर्न मिल सकता है।
इंडेक्स फण्ड में किसे निवेश करना चाहिए ?
चूंकि इंडेक्स फंड एक मार्केट इंडेक्स को ट्रैक करते हैं, इसलिए रिटर्न लगभग इंडेक्स द्वारा दिए जाने वाले रिटर्न के समान ही होता है। इसलिए, जो निवेशक पूर्वानुमानित रिटर्न पसंद करते हैं और बहुत अधिक जोखिम उठाए बिना इक्विटी बाजार में निवेश करना चाहते हैं, वे इन फंडों को पसंद करते हैं।
सक्रिय रूप से प्रबंधित फंड में, फंड मैनेजर अंतर्निहित प्रतिभूतियों के संभावित प्रदर्शन के आकलन के आधार पर पोर्टफोलियो की संरचना बदलता है। इससे पोर्टफोलियो में जोखिम का तत्व जुड़ जाता है। चूंकि इंडेक्स फंड निष्क्रिय रूप से प्रबंधित होते हैं, इसलिए ऐसे जोखिम उत्पन्न नहीं होते हैं। हालाँकि, रिटर्न सूचकांक द्वारा दिए गए रिटर्न से अधिक नहीं होगा। उच्च रिटर्न चाहने वाले निवेशकों के लिए, सक्रिय रूप से प्रबंधित इक्विटी फंड एक बेहतर विकल्प हैं।
Risk और return किसमें ज्यादा है
जैसा कि आप जानते हैं कि index funds बाजार सूचकांकों को ट्रैक करते हैं और निष्क्रिय (passively) रूप से प्रबंधित होते हैं, ये फंड सक्रिय रूप से प्रबंधित इक्विटी फंड की तुलना में कम अस्थिर होते हैं। इसलिए, जोखिम कम हैं। बाजार में तेजी के दौरान इंडेक्स फंड का रिटर्न आमतौर पर अच्छा होता है।
हालाँकि, आमतौर पर बाजार में गिरावट के दौरान अपने निवेश को सक्रिय (active mutual fund) रूप से प्रबंधित इक्विटी फंड में स्थानांतरित करने की सिफारिश की जाती है। सलाह के तोर , आपके इक्विटी पोर्टफोलियो में इंडेक्स फंड और सक्रिय रूप से प्रबंधित फंड का एक स्वस्थ मिश्रण होना चाहिए।
इसके अलावा, चूंकि index fund इंडेक्स के प्रदर्शन को दोहराने का प्रयास करते हैं, इसलिए रिटर्न इंडेक्स के समान ही होता है। हालाँकि, एक घटक जिस पर आपको ध्यान देने की आवश्यकता है वह है ट्रैकिंग त्रुटियाँ। इसलिए, इंडेक्स फंड में निवेश करने से पहले, आपको सबसे कम tracking error वाले फंड की तलाश करनी चाहिए।
Who has higher expense ratio
जैसा कि हमने आपको बताया कि active mutual funds में फंड मैनेजर लगातार रिसर्च करते रहते हैं और अपने फोन पोर्टफोलियो को लाभदायक बनाने के लिए मिडकैप से स्मॉल कैप, स्मॉल कैप से लेकर मिड, कैप लार्ज कैप फंड पोर्टफोलियो में निवेश करते रहते हैं ताकि उनका मुनाफा बराबर मार्किट के बराबर या ज्यादा हो। जिसकी वजह से खर्चे ज्यादा होते हैं और टीम को भी मैनेज करना पड़ता है, इस वजह से इन सभी म्यूच्यूअल फंड्स का एक्सपेंस रेश्यो, इंडेक्स फंड्स से ज्यादा होता है क्योंकि इंडेक्स फंड्स में इन सभी खर्चों की कोई जरूरत नहीं होती है। इंडेक्स फंड में आपको बस इंडेक्स को कॉपी करना है। इसमें ज्यादा लागत नहीं आती और व्यय अनुपात बहुत कम होता है। यह आप पर निर्भर करता है कि आप कितना रिटर्न पाना चाहते हैं और कहां निवेश करना चाहते हैं।
Top Ten Index Fund
1 | Index fund name | AUM | Current Value | Return (p.a) | Expense Ratio | Age |
2 | Motilal Oswal Nasdaq 100 FOF Scheme | ₹4,235 Crs | ₹9.74 Lakh | 19.49% | 0.18% | 5+ yrs |
3 | Bandhan Nifty 50 Index Fund | ₹1,002 Crs | ₹9.46 Lakh | 18.30% | 0.10% | 11+yrs |
4 | UTI Nifty 50 Index Fund | ₹13,627 Crs | ₹9.43 Lakh | 18.17% | 0.21% | 11+ yrs |
5 | ICICI Prudential Nifty 50 Index Fund | ₹5,733 Crs | ₹9.42 Lakh | 18.13% | 0.17% | 11+ yrs |
6 | HDFC Index Fund Nifty 50 Plan | ₹10,614 Crs | ₹9.41 Lakh | 18.10% | 0.20% | 11+ yrs |
7 | Nippon India Index Nifty 50 | ₹1,128 Crs | ₹9.41 Lakh | 18.10% | 0.20% | 11+ yrs |
8 | Tata Nifty 50 Index Fund | ₹528 Crs | ₹9.41 Lakh | 18.09% | 0.20% | 11+ yrs |
9 | SBI Nifty Index Fund | ₹5,178 Crs | ₹9.4 Lakh | 18.05% | 0.18% | 11+ yrs |
10 | Aditya Birla Sun Life Nifty 50 Index Fund | ₹673 Crs | ₹9.38 Lakh | 17.95% | 0.20% | 11+ yrs |