SSD क्या है, इसके प्रकार और कैसे काम करता है?

आपने कहीं ना कहीं इसका नाम जरुर सुना होगा। आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से इसी के विषय में चर्चा करेंगे SSD क्या है? SSD के फायदे, एसएसडी (SSD) के नुकसान, SSD के फीचर्स, SSD के प्रकार, SSD और HDD में क्या अंतर है?

यह आर्टिकल आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा इसलिए आपसे अनुरोध है कि आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें ताकि आप अपने कंप्यूटर और लैपटॉप के विषय में और अधिक जान पायें।

SSD क्या है?  | What is SSD in Hindi

SSD अर्थात सॉलिड स्टेट ड्राइव एक प्रकार का हार्ड डिस्क जैसा होता है। जो हमारी कंप्यूटर में उपस्थित डाटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है। एसएसडी हमारे कंप्यूटर में उपलब्ध हार्ड डिक्स से अत्यधिक तेज कार्य करता है। SSD किसी और हार्ड डिस्क के मुकाबले हल्का और छोटा होता है।

SSD का आविष्कार यही सोच के किया गया था कि ये कंप्यूटर को तेज और कम मात्रा में पावर का उपयोग करे। और ये ऐसा करने में सक्षम साबित हुआ। SSD बिलकुल मेमोरी कार्ड या पेन ड्राइव जैसा होता है।

SSD एक non violence storage मीडिया  जैसा है। इसका कार्य कंप्यूटर के सभी डाटा को स्टोर करके रखना है। इसको हम स्टोरेज मीडिया भी कहते है। डाटा स्टोर करने के साथ साथ ये कंप्यूटर एंड लैपटॉप को  फास्ट, एफिशिएंट तथा कम पावर में कार्य करने में सक्षम बनाती है।

Types of SSD

SSD मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं।

  1. SATA SSD
  2. mSATA SSD
  3. M.2 SSD
  4. SSHD

आइए इन चारो के विषय में विस्तार से जानते हैं।

1. SATA SSD

यह देखने में बिल्कुल हार्डडिस्क जैसा होता है। इसका उपयोग हम लैपटॉप के हार्ड ड्राइव जैसे करते हैं। यह बहुत ही सिंपल SATA के कनेक्शन को सपोर्ट करता है। इसे आप देखते ही पहचान लेंगे क्योंकि ये बहुत ही सिंपल होता है। मार्केट में सबसे पहले SSD यही उपलब्ध हुई थी जिसका इस्तेमाल आज भी किया जाता है।

2. mSATA SSD

mSATA  अर्थात micro SATA SSD। यह SATA SSD से बहुत भिन्न है। यह SSD देखने में छोटा और अलग होता है। mSATA SSD एक प्रकार ram स्टिक की तरह दिखाई देता है। इसका उपयोग आप लैपटॉप में ही कर सकते हैं। यदि आप इसे कंप्यूटर में उपयोग करना चाहते है तो आपको अपने पीसी को mSATA SSD में पोर्ट करना होगा।

3. M. 2 SSD

यह देखने में बिल्कुल mSATA SSD की तरह होता है। लेकिन यह उसका अपडेट वर्जन है। यह mSATA  से बहुत फास्ट होता है तथा यह दोनो तरह  के कनेक्टिविटी को सपोर्ट करता है चाहे वह नॉर्मल SATA SSD हो या फिर mSATA SSD हों। ये एक प्रकार का PCI _E express port की भांति होता है।

4. SSHD 

SSHD को पुर्ण रूप से SSD नही कह सकते क्योंकि इसका निर्माण  सॉलिड स्टेट ड्राइव तथा हार्ड डिस्क दोनो से किया गया है। इसका उपयोग हम आज के समय में आने वाले लैपटॉप में करते है।

What is advantage of SSD?

SSD के कई सारे लाभ है। SSD द्वारा सभी लाभों का विवरण हम आपको नीचे प्रदान कर रहे हैं।

1.High speed

SSD की स्पीड की बात करे तो नॉर्मल किसी भी हार्ड ड्राइव के मुकाबले बहुत अत्यधिक होती है। SSD अपने स्पीड के वजह से ही घंटो का कार्य मिनटों में कर देता हैं।

2.Shock resistant

ये एक इंपैक्ट रेसिस्टेंट होता है। यदि कभी भूल वश ये नीचे गिर भी जाए, तो भी  ये आपके कंप्यूटर डाटा को सुरक्षित रखता है।

3.Power consumption 

SSD की सबसे अच्छी बात यही है कि ये पावर की खपत अत्याधिक नही करता। SSD के उपयोग से आप बहुत सारा बिजली को बचा सकते है।

4.Long lifespan

SSD बहुत लंबे समय तक कार्य करता है। ये जल्दी नष्ट नहीं होता है। इसकी वजह शायद यह हो सकती है कि इसमें किसी भी प्रकार का कोई मूविंग पार्ट मौजूद नही होता।

5.No noise

SSD किसी भी प्रकार का कोई आवाज नहीं करता। इसका उपयोग  करना बहुत ही सरल है।

6.heat

चुकी इसमें कोई मूविंग पार्टिकल नही मौजूद होता इसलिए ये एक फ्लैश मेमोरी के नेचर का होता है जिसकी वजह से इसमें बहुत ही कम मात्रा में हीट उत्पन्न होता है।

What is disadvantage of SSD

SSD में कुछ हानियां भी है। आपको उसके विषय में भी हम नीचे विस्तार से बता रहे हैं।

1.Cost

SSD की कीमत बहुत अधिक होती है। इसके अधिक कीमत होने की वजह इसके इतने सारे गुण का मौजूद होता है। ये कीमती अवश्य है किंतु बहुत किफायती है।

2.Storage capacity

अन्य हार्डड्राइव के मुकाबले इसकी स्टोरेज कम होती है। मार्केट में SSD में 256GB, 512 GB, 1 TB तक आसानी से प्राप्त किए जा सकते है।

How does SSD work?

दोस्तो हम उम्मीद करते हैं की आपने SSD के विषय में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर लिया। किंतु SSD कार्य करता है ये सवाल आपके मन मे अवश्य होगा। तो आइए जानते है कि SSD कार्य कैसे करता है।

  •  दोस्तो आप जानते ही होंगे की हार्ड डिस्क में एक मैग्नेटिक डिस्क मौजूद होता है। जिसके घूमने के वजह से हार्ड डिस्क में मौजूद सभी डाटा ट्रांसफर और एक्सेस होता है।
  • किंतु SSD के सभी कार्य सेमीकंडक्टर द्वारा होता है। सेमीकंडक्टर की खासियत यह है की ये आपस में बहुत ही अच्छे तरीके से कम्युनिकेट कर लेते है जो कि मैग्नेट में इतने अच्छे से नही होता इसलिए ये बहुत तेजी से कार्य करते है।
  • हार्ड डिस्क में मैग्नेटिक प्लेट मौजूद होता है। ये प्लेट जब घूमती है तब सारा डाटा हार्ड डिस्क में स्टोर हो जाता है किंतु में SSD में ऐसा कुछ भी नही होता। SSD Ram memory की तरह ही होता है।
  • SSD में ram memory की तरह कई सारे चिप मौजूद होते है।

दोस्तो SSD का कार्य करने का मुख्य कारण सेमीकंडक्टर मौजूद होना है। हम उम्मीद करते है की आप समझ गए SSD कार्य कैसे करता है।

What is difference between SSD and HDD?

      SSD   HDD 
1. SSD की स्पीड बहुत अधिक होती है।1.HDD की स्पीड SDD के मुकाबले कम होती है।
2.ये बहुत कम पावर कंज्यूम करता है।2.HDD  बहुत अधिक मात्रा  में पावर कंज्यूम करता है।
3. इसकी साइज बहुत कम होता है।3.इसकी साइज sdd के मुकाबले अधिक होता है।
4.किसी भी प्रकार का कोई आवाज नहीं होता4.मेकेनिकल ड्राइव के मौजूद होने के कारण आवाज होता है।
5.स्टोरेज अधिक मात्रा में नही होता।5.अत्यधिक स्टोरेज मौजूद होता है।
6.सेमीकंडक्टर का उपयोग किया जाता है।6.मैग्नेटिक डिस्क का उपयोग किया जाता है।
7.इसकी कीमत बहुत अधिक होती है।7. SSD के मुकाबले कम कीमत होता है।

FAQ ‘s

प्रश्न _SSD का फुल फॉर्म क्या है?

उत्तर_SSD का फुल फॉर्म सॉलिड स्टेट ड्राइव है।

प्रश्न_SSD कितने प्रकार का होता है?

उत्तर _SSD चार प्रकार का होता है।

प्रश्न_SSD  का उपयोग हम कहा करते है?

उत्तर_SSD का उपयोग हम अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में करते हैं।

प्रश्न_SSD की स्टोरेज कैपेसिटी कितनी है?

उत्तर_SSD की स्टोरेज क्षमता  256GB, 512 GB, 1 TB तक होती है।

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निष्कर्ष

दोस्तों हम उम्मीद करते हैं कि इस आर्टिकल के माध्यम से आपको SSD क्या है?,   SSD के विषय में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी। एसएसडी आज के युग में बहुत ही जरूरी है यह कंप्यूटर का एक ऐसा पार्ट है जिसके माध्यम से हम कंप्यूटर या लैपटॉप डाटा स्टोर करते हैं।

दोस्तों यदि आपको किसी भी प्रकार का कोई प्रश्न पूछना हो तो कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं और हमें यह भी बताएं कि आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा। अंत तक इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।

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