what is debt fund? डेट फंड एक म्यूचुअल फंड योजना है जो निश्चित आय उपकरणों, जैसे कॉर्पोरेट और सरकारी बांड, कॉर्पोरेट ऋण प्रतिभूतियों (corporate debt securities) और मुद्रा बाजार उपकरणों आदि में निवेश करती है जो capital appreciation ऑफर करते है । डेट फंड को इनकम फंड या बॉन्ड फंड भी कहा जाता है।
Debt का मतलब होता है कि आप किसी को कर्जा। यानी कि यदि आप डेट म्युचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं तो म्युचुअल फंड उन कंपनियों को पैसा उधार देता है, जिन्हें अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। इसके बदले में कंपनियां बैंक म्युचुअल फंड कंपनी को Bond, Treasury bill या कंपनी के जरूरी दस्तावेज देती हैं। इसके बदले में म्युचुअल फंड कंपनियां उन्हें एक principle amount देती हैं जिसका उन्हें हर साल कुछ ब्याज मिलता है।
बॉन्ड फंड (Bond Fund) Kya hota hai
बॉन्ड फंड, डेट फंड का ही हिस्सा है ये वो फण्ड होते है जिन्हे fixed income के लिए किसी सरकारी संस्था, govt project, treasury bill, बैंक लोन आदि में इन्वेस्ट किया जाता है जहाँ से 100 % एक fixed income आती है यहाँ पर किसी भी प्रकार से जोखिम नहीं है। हालाँकि यहां पर इक्विटी फण्ड से कम return मिलता है।
डेप्ट फंड में जो कंपनियां या बैंक, म्युचुअल फंड से लोन लेती है वह सिक्योरिटी या बॉन्ड निर्धारित करती हैं और म्युचुअल फंड कंपनियां उन्हें कम से कम 3 साल के लिए लोन देती हैं जिससे म्युचुअल फंड कोएक फिक्स्ड इनकम होती है यह म्युचुअल फंड के ऊपर निर्भर करता है कि वह कितने परसेंट पर लोन दे रहा है इसी क्रिया को डेप्ट फंड या बांड फण्ड कहा जाता है।
Types of Debt Funds
Debt fund में किसे निवेश करना चाहिए?
Debt fund उन निवेशकों के लिए अच्छे हैं जो एक good आय चाहते हैं, और जोखिम से बचना चाहते हैं। डेट फंड कम अस्थिर (less volatile) होते हैं और इसलिए इक्विटी फंड की तुलना में कम जोखिम भरे होते हैं।
यदि आप fixed deposit जैसे निश्चित आय उत्पादों में बचत कर रहे हैं, और कम अस्थिरता के साथ स्थिर रिटर्न की तलाश में हैं, तो डेट म्यूचुअल फंड एक बेहतर विकल्प हो सकता है, क्योंकि वे अधिक अच्छे तरीके से आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपकी मदद करते हैं और इसलिए बेहतर कमाई करते हैं।
डेट फंड (Debt fund) कैसे काम करते हैं?
Debt fund, listed or unlisted ऋण उपकरणों, जैसे कॉर्पोरेट और सरकारी बॉन्ड में एक निश्चित कीमत पर निवेश करते हैं और बाद में उन्हें मार्जिन पर बेचते हैं।
डेट फंड को उन अंतर्निहित ऋण उपकरणों से भी आवधिक ब्याज मिलता है जिसमें वे निवेश करते हैं। रिटर्न के संदर्भ में, डेट फंड जो फंड के कार्यकाल के दौरान निश्चित आय उपकरणों से निश्चित ब्याज अर्जित करते हैं, वे बैंक fixed deposit के समान होते हैं जो ब्याज अर्जित करते हैं।
debt securities की बाजार कीमतें ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव के साथ बदलती रहती हैं। आइए मान लें, आपके डेट फंड के पास एक security है जिस पर 10% ब्याज मिलता है।
यदि अर्थव्यवस्था (economy) में ब्याज दर गिरती है, तो बाज़ार में जारी किए गए नए उपकरण (instruments) कम दर की पेशकश करेंगे। इस कम दर से मेल खाने के लिए, आपके फंड के अंतर्निहित उपकरणों की कीमतों में वृद्धि होगी क्योंकि उनकी कूपन (ब्याज) दर अधिक है। ऋण साधन (Debt Instrument) के मूल्य में वृद्धि के परिणामस्वरूप, आपके फंड का NAV भी बढ़ जाएगा।
Types of Debt fund
- Liquid funds
- Money market fund
- Dynamic Bond Fund
- Corporate bond fund
- Banking and PSU Funds
- Guilt fund
- Credit risk fund
- Floater fund
- Overnight fund
- Ultrasound duration fund
- Law term fund
- Short term funds
- Medium term fund
- Medium to long term funds
- Long term fund
Liquid funds
लिक्विड फंड में फंड होते हैं जो गवर्नमेंट सिक्योरिटीज बंद ट्रेजरी बिल आदि में आदि इंस्ट्रूमेंट में निवेश करते हैं जिनका मेच्योरिटी पीरियड 91 दिन या इससे कम होता है
इसे आप इस उदाहरण के माध्यम से भी समझ सकते हैं, कि मान लीजिए की किसी बैंक या कॉर्पोरेट को पैसे की जरूरत है और वह उसके लिए बॉन्ड इश्यू करता है तो म्युचुअल फंड कंपनी Bond को कुछ समय के लिए खरीद लेती है और एक फिक्स्ड इंटरेस्ट पर कॉर्पोरेट को पैसा उधार दे देती है। कॉर्पोरेट इस पैसे क प्रयोग करके, 90 दिनों से पहले वापस कर देता है और साथ में इसका पूरा ब्याज भी देता है इस प्रकार से लिक्विड फंड काम करता है।
Money market fund
Money market fund में म्यूचुअल फंड कंपनियां एक दिन से लेकर 1 साल तक पैसा उधार देती हैं यानी कि फंड की अधिकतम परिपक्वता ( maximum maturity) अवधि 1 दिन से 1 साल तक होती है। इस फंड को लो रिस्क फंड भी कहा जाता है। अगर आप डेबिट म्यूचुअल फंड में काम समय में और कामरेज में अच्छा रिटर्न पाना चाहते हैं तो आप इस फंड में निवेश कर सकते हैं।
Banking and PSU Funds
Banking and PSU Funds वे फंड होते हैं जो अपनी संपत्ति का 80% सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक या संस्थान में निवेश करते हैं और बचाते हैं 20% वाह अपनी मर्जी से किसी भी सेक्टर में निवेश कर सकते हैं इस फंड में फंड मैनेजर ऐसी जगह पर निवेश करते हैं जहां पर जोखिम की संभावना बहुत कम होती है।
Guilt fund
Guilt fund वे फण्ड होते है जो अपनी सम्पति का 80% govt security में निवेश करते है जिनकी समय सीमा 10 साल या इससे अधिक होती है। यह फण्ड 100 % risk-free होते है क्योकि इसमें आपका पैसा सरकार के पास निवेश किया जाता है।
Credit risk fund
Credit risk fund वे फंड होते हैं, जिसमें फंड मैनेजर को अपनी संपत्ति का 65% कॉर्पोरेट में निवेश करना होता है जिनकी रेटिंग AA या B होती है यानी कि इसमें जोखिम ज्यादा होता है तो रिवॉर्ड भी ज्यादा होता है
क्रेडिट रिस्क के अनुसर ट्रिपल ए वाली रेटिंग को ज्यादा अच्छा मन जाता है जहां पर रिस्क की संभावना बहुत कम होती है और AA या B रेटिंग वाले कम्पनी क्रेडिट रिस्क हाई रहता है यानी कि ये कम्पनी उधार लिया हुआ पैसा देने में अच्छी नहीं होती है।
Short term fund And Medium Fund
शॉर्ट टर्म फंड वे फंड होते हैं जो Government Securities, Bonds, Treasury Bills, Corporate आदि में 1 साल से 3 साल के लिए पैसा निवेश करते हैं और एक निश्चित ब्याज लेते हैं।
मीडियम फंड वे फंड होते हैं जो Government Securities, Bonds, Treasury Bills, Corporate आदि में 3 साल से 5 साल तक के लिए पैसा निवेश करते हैं
Long Duration Fund
Long Duration Fund वे फंड होते हैं जो मनी मार्केट, गवर्नमेंट सिक्योरिटी, ट्रेजरी बिल, कॉरपोरेट आदि में 7 साल या उससे ज्यादा के लिए निवेश करते हैं
निष्कर्ष
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको यह समझने की कोशिश की है कि डेट ऑफ फंड क्या होते हैं और उनके कितने प्रकार होते हैं वह डेट फंड किस प्रकार काम करते हैं जिससे आपको कम रिस्क में फिक्स डिपाजिट से ज्यादा रिटर्न मिलता है यदि आपको कोई भी प्रश्न है debt fund से रिलेटेड तो आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं ।